দর্পণ || নির্বাচিত হোয়াটসএপ সাহিত্য ( Whatsapp Literature)




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On A Tsetse's Sting 

Ms Gargi Saha  (C)


Vehemently, repugnantly stung 

Thoughtless, careless, aimless hunter 

Stung sharp and fingers swoll to cylinders 

A frisson of horror 

The pain was excruciatingly indescribable 

Heavier went it's dignity 

Penetrating blood, skin, skeleton 

And became numb standstill as lead 


Submerged into a boundless pool of quietude 

Smoothly stared and waited 

Frozen half to death 

Which past revenge, enmity did it fulfill? 

Did it satiate it's simmering wrath? 

And what did it attain? 

Hearts jumping with fury 

To convey hopeless venom 

To the wicked inspiration 

Who conceived him? 

Knowing it's aftermath? 

Is it a pleasure or result of thoughts impure? 

Will it turn it's destiny or seek dignified demur? 

Eternally sinner 

How turn his failure 

Into benevolence, forgiveness, cheer? 


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पत्रकार और उनके भूमिका के बारे में , हमको कुछ चिंतन.....

                 अमिताभ दत्त


रिपोर्टर के काम धंधा बाजी नहीं। पत्रकार को काम समग्र मनुष्य को मानविक चिन्तन के लिए आगे बढ़ाना। समग्र मनुष्य समाज को सुधारना, समाज को सही शिक्षा देना, समाज को रास्ता दिखाना, दुर्बल शोषित पीड़ित मनुष्य को सहायता देना, सत्य को प्रकाश करना, सत्य को अनुसंधान करना, दुर्नीति को दमन करना, अच्छा मनुष्य को रक्षा करना। जो चिंतन समाज को लालन-पालन करता है ; वह सोच समझ को ; वह आदर्श को प्रतिष्ठा करना। चोर डकैत नशा खोर गंजेड़ी, नशा पीनेवाले, नशा खाने वाला, नशा बेचने वाला इत्यादि इत्यादि समाज विरोधी काम करने वाला के बारे में खबर करना; न्यूज़ करना। दुष्ट व्यक्ति को दमन करना,  और अच्छा आदमी को बचाना रिपोर्टिंग का मूल काम है। रिपोर्टर हर समय निरपेक्षता अवलंबन करेगा, और करना चाहिए। सारा विश्व में ; मनुष्य समाज में ; ब्लैक मेलिंग बहुत जोर तेज हो गया है, और दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है। इसको दमन करने के लिए न्यूज़ होना बहुत जरूरी है। दुश्मनी और हिंसा बाजी, एवं सांप्रदायिकता के चर्चा भयंकर रूप से बढ़ गया। इसको खत्म करने के लिए भी, खबर करना ; न्यूज़ करना बहुत जरूरी है।  इत्यादि इत्यादि जो समग्र समाज को सही रास्ता दिखाता है ; मनुष्य समाज को सही रास्ते पर ले जाता है ; वही काम करना है रिपोर्टर को। सरकार को गलतियां खबर करके मनुष्य को प्रतिवाद में उतारना , मनुष्य समाज को संगठित करना,  सही लोकतंत्र को प्रतिष्ठा करना, यह भी रिपोर्टर के काम है। इसलिए रिपोर्टर को ऑनेस्ट होना जरूरी है। सत्य खबर को सत्य खबर को जन समक्ष में लाने के लिए छापने के लिए रिपोर्टर को शक्ति अर्जन करने पड़ेगा। रिपोर्टर को चरित्रवान होने पड़ेगा।  धर्मनिरपेक्षता के बारे में सही जानकारी रखने पड़ेगा। सरकार को गलतियां समालोचना करना पड़ेगा। खबर करने पड़ेगा, न्यूज़ करने पड़ेगा, समाज विरोधी कार्यकलाप के खिलाफ । आम पब्लिक साधारण मानुष लेकिन सब दिख रहा है। पत्रकार को  ख्याल रखने पड़ेगा कि , और खयाल रखना चाहिए, हम लोगों को सभी लोग नजर रखता है। कोई नहीं देख रहा ऐसा बात नहीं। सभी सब कुछ, सब कोई देखता है। पत्रकार समाज के शिक्षक है। पत्रकार दरिद्रता के खिलाफ है। नशाखोरी कहां कहां चलता है, कौन गली में चलता है, कौन चाय दुकान में चलता है , कौन पान दुकान में शराब चलता है, कौन गली में  हेरोइन चलता है,   कौन चाय दुकान का आड़ में नशा बिक्री करता है, कौन व्यक्ति ड्राग बिजनेस करता है, यह सब खबर रखने पड़ेगा। समग्र मनुष्य समाज को सुखी रखने के लिए पत्रकार की भूमिका असीम अतुलनीय।इस लिए मनुष्य समाज के मनुष्य जीवन को आगे बढ़ाने के लिए, सुखी समाज बनाने के लिए, न्यूज़ करके उसको भंडाफोड़ करने पड़ेगा। और, यह काम पत्रकारों को ही करना चाहिए। पत्रकार को ; रिपोर्टर को इसलिए ऑनेस्ट और चरित्रवान होना बहुत-बहुत जरूरी है। पत्रकार को बनने पड़ेगा समाज संस्कारक ; समाज सुधारक , और दुर्नीति से सदा दूर रहने पड़ेगा। सरकारी विभिन्न दफ्तरों में दुर्नीति का खबर रखने पड़ेगा। रिपोर्टर कभी झूठ नहीं बोल सकता है। पत्रकार कोई भी समय के कोई भी सरकार या राजनीतिक पार्टियों को पक्ष नहीं लेना चाहिए। कारण, पत्रकार समालोचक है, क्रिटिक है। समाज का राजनीतिक पार्टियां का भूल भ्रांति गलतियां पत्रकार को जन समक्ष में लाने पड़ता है। रिपोर्टर को इसलिए अर्नेस्ट होना बहुत-बहुत जरूरी है, और होना चाहिए, होना चाहिए, होना चाहिए। फिलहाल समाज में बहुत जोर एक चर्चा आया कुछ कुछ पत्रकार पेड न्यूज़ करता है। इसके मतलब तो बिक्री हो जाना। इस कोई माने तो रुपया से पत्रकार को खरीदना! यह नहीं होना चाहिए। रिपोर्टर , लेखक लेखिका, साहित्यकार को समग्र मनुष्य समाज को, सुरक्षा व्यवस्था करने होंगे। समग्र मनुष्य समाज को सही रास्ता दिखाने होगा। नहीं तो समाज में ऑनेस्ट  मनुष्य, अर्नेस्ट व्यक्ति के उपर समाज विरोधी, गुंडा, नशाखोर दमन पीड़न चलाएगा, दलदली चलाएगा, दुश्मनी बढ़ेगा और दुश्मनी चलाएगा, और दिन पर दिन, समाज में प्रदूषण दुर्नीति गुंडा बाजी नशाखोरी बढ़ेगा, बढ़ता जाएगा। पत्रकारों को सांप्रदायिकता के खिलाफ होने पड़ेगा , और मानवतावादी होने पड़ेगा। धर्मनिरपेक्षता को सही रूप से जानकारी होने पड़ेगा। 

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Proclamation  

Rajit Bandopadhyay 

              17 .  


When increase the hunger extremely  

Notice issues on the wall --  

You winnows the purse and see  

If there is some coins , one or two ?  

Darling night increased by the sun shine of winter !  

Sprinkling of your surging  

Shake off sleep .  

Then whole night the sucking child -- 

Is being wailing .  

Increase the shaking of his pen the versifier 

Want to look back a drop of ink .  

Again , have to write the proclamation  

The senses of human is deing !!  

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মনুষ্যত্ব 

কৌশিক গাঙ্গুলি 


গরীব হলেই ভাল হবে 

এরকমটা ভাববেন না , 

ধান্দাবাজির কারনে শুকনো 

মাটিতে আছাড় খেতে খেতে 

সাধারণ মানুষের চেতনা হবে 

এটা ভাবলে হতাশ হবেন - 

তাই সকাল সন্ধ্যা ত্রিফলা 

 খাওয়া প্যাকটিস্ করুন , 

নইলে সূর্যের তেজ কমতে 

কমতে ত্রিফলা লাইটপোস্ট 

হয়ে যাবে , জ্বলছে অথচ 

আলোতে কিছুই দেখা যাবেনা । 

মানুষকে আগে মনুষ্যত্ব অর্জন 

করতে হবে নইলে কংক্রীটের 

জঙ্গলে পশুত্ব বেড়ে যাবে , 

হিংস্রতায় , অরাজকতায় তখন 

আর কোনো মিথ্যা কাজ করবে 

না , নোট কেলেঙ্কারি কিংবা উন্নয়নের ঢপে ক্লান্ত জনজীবন 

তাদের দিশা হারাবে .... । 

ধর্ম এখন ভোটের হাতিয়ার 

অথবা সন্ত্রাসের কাজে লাগে । 

নোংরা রাজনীতির বীজানু 

চারিদিকে গিজবিজ্ করছে , 

পচন ধরা সমাজের দুর্গন্ধ 

অসময়ের খ্যামটা নাচে 

বিবেক আর বোধ মুখ 

থুবড়ে পড়ছে অসাড় অন্ধকারে ।  

এই অসময়ে মানুষকে মনুষ্যত্ব অর্জন করতে হবে নাহলে 

 ভবিষ্যত অসুস্হ চোরাবালিতে 

তলিয়ে যাবে অসহায়ভাবে । 

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Soul

Souvik Gangul 


Triangle,  remember; not right angle!

Square, remember; not rhombus! 


Dictated, no doctor but doctrine!

Path of adoration, not cumulus! 


Mother from the ascent of love, can you survive? 


Family, fitted with agony; prosper!

Light, the guiding force; still awaiting! 


Come, engulfed by lee; under the 'she'!

She- absolute

Power-absolute

Soul- embarking 


Shy trimmings of the year, 

You can get a lot better, 

Soul searching for a man, 

Dilute, Dilute, Dilute!

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